नई दिल्ली

 कांग्रेस ने यूपी की INDIA गठबंधन के तहत अपने कोटे की सभी सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं लेकिन अपनी परंपरागत सीटों यानी अमेठी और रायबरेली को लेकर अभी पार्टी किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है। खबरें थीं कि रायबरेली से प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra Raebareli) और अमेठी से राहुल गांधी (Rahul Gandhi Amethi) को सियासी मैदान में उतारा जा सकता है। वहीं अब सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि प्रियंका गांधी लोकसभा चुनाव (Priyanka Gandhi Lok Sabha Chunav) नहीं लड़ेंगी, इसको लेकर कांग्रेस पार्टी ने सहमति के संकेत दे दिए हैं, वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अमेठी से चुनाव लड़ने पर अभी भी कोई फैसला नहीं हो पाया है।

जानकारी के मुताबिक लोकसभा चुनाव के दौरान प्रियंका गांधी प्रचार तो करेंगी, लेकिन वह खुद लोकसभा चुनावों के लिए दावेदारी नहीं पेश करेंगी। वहीं राहुल गांधी के अमेठी से लड़ने को लेकर बुधवार तक पार्टी किसी फैसले तक पहुंच सकती है। दावे ये भी किए जा रहे थे कि सीटों पर प्रत्याशियों के नाम के ऐलान से पहले अयोध्या में राम मंदिर भी जा सकते हैं लेकिन फिलहाल अब ऐसे कोई संकेत नहीं मिल रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक यूपी के कई नेताओं और पदाधिकारियों ने कांग्रेस चुनाव समिति के सामने यह प्रस्ताव रखा था कि पार्टी राहुल गांधी को अमेठी और प्रियंका गांधी वाड्रा को रायबरेली से चुनावी मैदान में उतारे, क्योंकि ये दोनों ही सीटें कांग्रेस पार्टी की विरासत के तौर पर देखी जाती हैं। पार्टी पदाधिकारियों का यह भी कहना था कि अगर ऐसा नहीं होता है, तो पार्टी की छवि यूपी में और खराब भी हो सकती है।

राज्यसभा चली गई हैं सोनिया गांधी

गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस बार चुनाव न लड़ने का फैसला किया है और वह राजस्थान की राज्यसभा सीट के रास्ते चली गई हैं, जिसके चलते यह एक बड़ा सवाल बन गया है कि अब कांग्रेस रायबरेली की सीट पर किस नेता को चुनावी मैदान में उतारेगी। इसीलिए प्रियंका गांधी को एक बेहतरीन कैंडिडेट के तौर पर देखा जा रहा था लेकिन अब उनके चुनाव न लड़ने की खबरों ने रायबरेली सीट पर सस्पेंस और बढ़ा दिया है।

राहुल भी नहीं जाना चाहते अमेठी

प्रियंका गांधी के चुनाव न लड़ने का दावा करने वाले सूत्रों का यह भी कहना है कि वायनाड से सांसद राहुल गांधी भी अमेठी से चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं, वे अपना पूरा फोकस वायनाड की लोकसभा सीट पर रखना चाहते हैं। हालांकि वायनाड में चुनाव हो चुके हैं और इसीलिए राहुल के अमेठी से लड़ने की उम्मीद, अब की जा रही है, लेकिन पार्टी अभी किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है।

बता दें कि पिछले लोकसभा चुनाव यानी साल 2019 में बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने लगभग 55 हजार वोटों के अंतर से राहुल गांधी को अमेठी में हरा दिया था, हालांकि वह वायनाड सीट से जीतकर लोकसभा पहुंचने में सफल रहे थे।

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