जिस घर में सूर्यदेव का प्रकाश नहीं पहुंचता वहां अक्सर बीमारियों का डेरा लगा रहता है। अंधेरे स्थानों पर रहने वाले लोगों का स्वास्थ्य अक्सर बिगड़ा ही रहता है। वास्तुशास्त्र में सूर्यदेव का विशेष महत्व माना जाता है। जिन घरों में सूर्यदेव का प्रकाश निरंतर पहुंचता है वहां के लोग ऊर्जा और उत्साह से परिपूर्ण रहते हैं।

सूर्यदेव की ऊर्जा से ही पृथ्वी पर जीवन है। घर में सूर्यदेव का ताप व वायु दोनों ही महत्वपूर्ण हैं। घर में सूर्य की किरणों का प्रवाह बना रहे, इसका सदैव ध्यान रखें। दिन के समय घर की खिड़कियों के परदे खुले रखने चाहिए, ताकि घर में ज्यादा से ज्यादा प्रकाश प्रवेश कर सके। घर में कृत्रिम रोशनी को कम से कम रखना चाहिए। अगर किसी विशिष्ट स्थान पर ऊर्जा को प्रभावित करना चाहते हैं तो दो मोमबत्तियों को जलाकर उस स्थान को ऊर्जावान बनाया जा सकता है। घर के किसी भी कक्ष के पूर्व भाग में मोमबत्ती जलाना बेहतर स्वास्थ्य प्रदान करता है। घर के दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र में मोमबत्ती जलाने से घर-परिवार में सुख शांति आती है। सूर्योदय के समय की किरणें स्वास्थ्य के लिए सर्वोत्तम मानी जाती हैं। सूर्योदय के समय घर के दरवाजे और खिड़कियां खुला रखें। ऐसी व्यवस्था करें कि रसोईघर एवं स्नानघर में भी सूर्य का प्रकाश पहुंचे।

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